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मुग़लों की बनायी ईमारत से भारत सरकार को हो रही करोड़ों की कमाई
- 13 Jun 2019
- अबुज़र कमालुद्दीन
- अजब गजब
पिछले कुछ सालों में हमने सोशल मीडिया के ज़रिए यही जाना है के मुग़लों ने हमारे देश को लूटा है. वह हमारे देश को बर्बाद कर के गए. इस बात में कितनी सच्चाई है इसकी खोजबीन तो हम अभी नहीं कर सकते. पर एक बात है जो हम आपको ज़रूर बताना चाहेंगे. क्या आपको मालूम है के मुग़लों की बनाई ऐतिहासिक इमारतों से भारत सरकार को करोड़ों रूपए की कमाई होती है. आइय्ये हम आपको कुछ ऐसी ही इमारतों के बारे में बताते हैं.
लाल क़िला
उस्ताद अहमद लाहोरी ने तैयार किया था लाल क़िला का नक़्शा. दिल्ली के दिल में है लाल पत्थरों से बना लाल क़िला. शाहजहां ने लाल क़िले की नींव रखी थी. क़रीब दो सौ सालों तक मुग़लों ने यहीं से देश पर शासन किया. 1856 तक यह मुग़लों का ठिकाना थी. यूनेस्को के विश्व धरोहर में शामिल इस इमारत से भारतीय पुरातात्विक संस्थान को क़रीब बीस करोड़ रूपए की सालाना आमदनी होती है.
फतेहपुर सिकरी
मुग़ल बादशाह अकबर ने 1569 में फतेहपुर सिकरी को बसाया. 1571 ई. से 1585 ई तक अकबर की राजधानी रही. उत्तर प्रदेश के आगरा ज़िले में मौजूद यह लाल पत्थरों से बना हुआ एक छोटा सा शहर है. फतेहपुर सिकरी का बुलंद दरवाज़ा, सलीम चिश्ती का मक़बरा और दीवान-ए-ख़ास सैलानियों के बीच मशहूर है. एक अनुमान के तौर पर इस क़िले से पच्चीस करोड़ रूपए सालाना की कमाई होती है.
हुमायूँ का मक़बरा
1570 में बना यह मक़बरा गार्डन के साथ बना पहला मक़बरा था. मुग़ल बादशाह हुमायूँ की पत्नी बेग़ा बेग़म ने हुमायूँ की मौत के बाद इसे बनवाया था. इसी कॉम्प्लेक्स में बना ईसा का मक़बरा निहायत ही खूबसूरत है. इस मक़बरे से क़रीब तीस करोड़ की कमाई होती है.
आगरा का क़िला
1573 में बन कर तैयार हो गया था आगरा फोर्ट. 94 एकड़ में बना है यह क़िला. कभी लोधी, कभी मुग़ल और कभी अंग्रेज़ों ने यहाँ से राज किया. 1638 ई तक यहाँ मुग़लों का राज था. यह यूनेस्को के विश्व धरोहर में शामिल है. यह बादलगढ़ नाम के ऐतिहासिक जगह पर बसा हुआ है. इस क़िले से सरकार को क़रीब 35 करोड़ की कमाई होती है.
ताज महल
विश्व के सात अजूबों में से एक है ताज महल. संगमरमर से बना है ताज. विश्व की सबसे खूबसूरत इमारत में से एक ताज महल के दीदार के लिए साल में क़रीब अस्सी करोड़ सैलानी आते हैं. 42 एकड़ में फैला है ताज महल कम्पाउंड. 1653 में बन कर तैयार हुआ था ताजमहल. ताजमहल ने कमाई के मामले में विश्व की कई इमारत को पीछे छोड़ दिया. ताज महल की सालाना कमाई 52 करोड़ रूपए है.